सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राम भरोसे, मरीज की सांसे होती रही कम, एम्बुलेंस चालक बोला- मेरा टाइम खत्म
बिलसपुर। कोटा ब्लॉक के दूरस्थ वनांचल के ग्राम करवा निवासी 20 वर्षीय युवती गंभीर रुप से बीमार है। साल भर पहले ही उसने बीमारी की वजह से अपना एक पैर खो दिया है। वहीं सोमवार की शाम उसकी तबियत फिर बिगड़ गई। उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी, तब पिता ने 108 को काल कर संजीवनी एबुलेंस को बुलाया। गंभीर रुप से बीमार युवती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर में भर्ती कराया गया, लेकिन अस्पताल में कोई जिम्मेदार डॉक्टर मौजूद नहीं थे।
ड्यूटी पर आरएमओ नीलकमल मौजूद थे। उन्होंने मरीज की जांच कर सिम्स रेफर कर दिया। जिसके बाद संजीवनी एम्बुलेंस का ड्राइवर गाड़ी वहीं खड़ी कर ड्यूटी खत्म होने की बात कहते हुए चलता हो गया। इधर रेफर होने के बाद एबुलेंस नहीं मिलने पर मरीज के पिता की भी सांसे अटक गई। काफी मशक्कत के दो घंटे बाद सकरी से आई एम्बुलेंस से गंभीर युवती को सिम्स लाया गया।

अस्पताल से डॉक्टर नदारद, जिमेदार भी बेखबर
नवरात्र का पर्व चल रहा है। दूर-दूर से श्रद्धा बड़ी संख्या में पहुँच रहे हैं। वहीं पूरा अस्पताल भगवान के भरोसे चल रहा है। बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं सीएससी में प्रसव के लिए भर्ती होती हैं, जिनका प्रसव नर्स ही करातीं हैं। रहने को तो अस्पताल में 2 स्त्री रोग पदस्थ हैं, पर उनकी दुकान शहर में ही सजती हैं। एक दो घंटे ड्यूटी बताने जब मर्जी हो चले आते हैं, पर हाजिरी रजिस्टर में उनकी ड्यूटी हर रोज सजती हैं। सोमवार की शाम जब गंभीर हालत में युवती को लाया गया, तब भी अस्पताल में कोई जिम्मेदार डॉक्टर मौजूद नहीं थे। इसकी पुष्टि सीसीटीवी कैमरे सेभी की जा सकती है।