बिलासपुर| न्यायधानी में धान खरीदी मंगलवार से शुरू हो गई है। कलेक्टर ने रतनपुर के धान खरीदी केंद्र में धान किसानों का तौलकर खरीदी की शुरुआत की है।
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी 1 नवंबर यानी राज्य स्थापना दिवस से शुरू हो गई है। किसान बड़ी संख्या में धान लेकर खरीदी केंद्र पहुंच रहे हैं। इसी अंतर्गत बिलासपुर में कलेक्टर सौरभ कुमार ने रतनपुर पहुंचे। वहां की खरीदी केंद्र में किसानों का धान तौलकर खरीदी की शुरुआत की। जिले में 114 समितियों के अंतर्गत 130 केंद्र में किसान धान बेचेंगे। किसानों के चेहरे पर खुशी थी, खुशी भी क्यों न हो। यह किसानों के साल भर की के खून पसीने के मेहनत की फसल है। किसान भी धान बेचने के लिए अति उत्साहित हैं। इस साल 95 हजार नए किसानों ने खरीफ सीजन में धान की फसल बेचने के लिए पंजीयन कराया है। साल 2018 से 2022 तक किसानों की संख्या 17 लाख से बढ़कर 24 लाख हो गई है। हालांकि कई क्षेत्रों में अभी धान की कटाई नहीं हुई है, लेकिन 3 महीने का समय दिया गया है, जिसमें बचे हुए किसान आने वाले दिनों में खरीदी केंद्र पहुंचकर धान भेज सकेंगे।
95 हजार नए किसानों ने कराया पंजीयन
छत्तीसगढ़ में धान की फसल उगाने वाले किसानों की संख्या साल दर साल बढ़ती ही जा रही है। इस साल 95 हजार नए किसानों ने खरीफ सीजन में धान की फसल बेचने के लिए पंजीयन करवाया है। छत्तीसगढ़ में किसानों की धान के खेती करने में रुचि लगातार बढ़ती जा रही है।
छत्तीसगढ़ में धान पर देशभर में सबसे ज्यादा एमएसपी मिल रहा
दरअसल छत्तीसगढ़ में किसानों को देशभर में सबसे ज्यादा धान पर एमएसपी मिलता है। इसलिए हर साल धान बेचने वाले किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है। 2018 से 2022 तक किसानों की संख्या 17 लाख से बढ़कर 24 लाख हो गई है।