@दुर्गेश चंद्राकर । बिलासपुर – जिले के पचपेड़ी थाना क्षेत्र में धड़ल्ले से शराब अवैध रूप से बिक रही है। इस पर कार्रवाई नहीं होने के कारण बड़े पैमाने पर अवैध शराब का कारोबार चल रहा है।
बिलासपुर पुलिस निजात अभियान चलाकर नशे के कारोबार पर धर पकड़ कर रही है, लेकिन कई क्षेत्रों में अफसरों के सह पर ही अवैध रूप से शराब बेची जा रही है। बता दें कि पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम मनवा, बेल्हा, सबरिया डेरा लोहर्सी, सोनसरी में भट्ठी चढ़ा कर कच्ची महुआ शराब बनाई जा रही है, जिसे इन गांवों के अलावा क्षेत्र के दर्जनों गांवों में सप्लाई कर बेचा जा रहा है।
सूत्रों की माने तो सुकुलकारी, धुर्वाकारी, पचपेड़ी, पताई सहित दर्जनों गांवों में कच्ची महुआ शराब व अंग्रेजी, देशी
शराब अवैध रूप से कोचिया बेच रहे हैं। फिर भी पुलिस के कान में जूं नहीं रेंग रहा है।
नहीं दिख रहा निजात अभियान का असर
बिलासपुर पुलिस नशे के खिलाफ जिले भर में निजात अभियान चला रही है। नशे के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एसपी संतोष कुमार सिंह ने भी सख्ती बरतनी के बात कही है। सार्वजनिक रूप से नशे का सेवन करने वाले, अवैध रूप से नशीली सामग्रियों की बिक्री, अवैध शराब की बिक्री करने वालों पर कार्रवाई कर रही है, लेकिन पचपेड़ी पुलिस की निष्क्रियता से क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री में एकाएक से बढ़ोतरी हो गई है।
शराब कोचियों पर क्यों नहीं हो रही कार्रवाई
सूत्रों की माने तो विगत कई वर्षों से पचपेड़ी थाना क्षेत्र में लोग अवैध रूप से कच्ची महुआ शराब निकाल कर बेच रहे हैं। शराब कोचिया का कहना है कि हर माह इसकी मोती रकम अफसरों को चुकाते हैं। यही कारण है कि शराब की अवैध बिक्री पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
महुआ शराब पीने से कई लोगों की हो चुकी है मौत
जहरीले महुआ शराब पीने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। दरअसल, महुआ के साथ शीरे के तौर पर गुड़ का इस्तेमाल करके देसी या कच्ची शराब बनाई जाती है। पर ज्यादा मुनाफा कमाने व अधिक नशीली बनाने के चक्कर में धंधेबाज यूरिया या नौसादर मिला देते हैं। अगर इसकी मात्रा थोड़ी भी अधिक हो जाती है तो यह जहर बन जाता है।
पहले भी मिल चुकी है मध्यप्रदेश की शराबअ
न्य प्रदेशों के शराब को खपाने का कई मामला सामने आ चुके है। जिला आबकारी विभाग की टीम ने मध्यप्रदेश नॉन ड्यूटी पेड 18 बॉटल गोआ शराब के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। पचपेड़ी थाने से कुछ ही दूरी पर मध्यप्रदेश के 7 पेटी गोआ शराब को आबकारी विभाग ने जप्त किया था, जिसके बाद उस वक्त के थाना प्रभारी पर विभागीय कार्रवाई की गाज गिरी थी।