बिलासपुर। ग्रीष्मकालीन अवकाश पर बच्चों को ऐसा माहौल दिया जाए कि घर जाकर वे अपनी प्रतिभा को और साकार रूप दे सके। समय को खाली न बिताएं। नवाचार के तहत स्कूल से प्राप्त प्रशिक्षण का उपयोग व्यक्तित्व व कौशल विकाय कार्यों में करें। ये बातें मुख्य अतिथि देवी चंद्राकर ने कहा।
जनपद प्राथमिक शाला अंग्रेजी माध्यम बिल्हा, संकुल कन्या बिल्हा में छह दिवसीय विकासखंड स्तरीय समर कैंप का समापन हुआ। इस अवसर पर बीआरसी बिल्हा के अध्यक्ष व मुख्य अतिथि देवी चंद्राकर, जनपद प्राथमिक शाला अंग्रेजी माध्यम बिल्हा के प्रधान पाठक साधराम मरकाम , विशिष्ट अतिथि शैक्षिक समन्वयक दगौरी के राकेश शुक्ला उपस्थिति हुए। इस समर कैंप में बच्चों के अंदर की कला को प्रोत्साहित किया गया, जिससे मूलभूत साक्षरता भाषाई एवं संख्यात्मक ज्ञान की प्राप्ति हो सके। बच्चों ने विभिन्न रचनात्मक कलाओं को जैसे पेंटिंग, मेहंदी, आर्ट एंड क्राफ्ट, आत्मरक्षा के गुण, कबाड़ से जुगाड़, मिट्टी के मूर्ति-खिलौने, बनाना आदि के माध्यम से बच्चों ने सीखा। साथ- साथ ही प्रत्येक दिवस बच्चों के मानसिक विकास के लिउ अलग-अलग खेलों का भी आयोजन किया गया।
अतिथि ने प्रमाण -पत्र से किया सम्मानित
समर कैंप में भाग लेने वाले सभी छात्रों को मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाण -पत्र से सम्मानित किया गया। समर कैंप में ओमकुमारी साहू मेहंदी, तुकाराम साहू मिट्टी से मूर्ति, खिलौना, पेंटिंग एवं ड्राईंग, चैतराम साहू कराटे व आत्म सुरक्षा, ग्लैडिस नायडू कबाड़ से जुगाड़, दीपिका श्रीवास्तव आर्ट एंड क्रॉफ्ट, कलेश्वर साहू कबाड़ से जुगाड़ से खिलौना बनाना, विशेष सहयोग चित्रांग्धा मरावी सहायक प्राध्यापक अग्रसेन महाविद्यालय बिल्हा द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण की विशेषता यह रही कि बच्चों के साथ-साथ अभिभावक पालक एवं समुदाय के लोगों ने सहयोग दिया।
ये रहे उपस्थित
इस कार्यक्रम को सफल बनाने एवं संयोजन करने में शिक्षक कलेश्वर साहू जनपद प्राथमिक शाला बिल्हा का विशेष योगदान रहा । मंच का संचालन केशव कुमार वर्मा शैक्षिक, कलेश्वर साहू समेत रेशम लाल बांधे, प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला भैसबोड, उपेंद्र कुमार ऐलान ,प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला मोहभट्ठा, रमेश मरकाम व्याख्याता शासकीय हाईस्कूल कोहरौदा, वंदना जांगड़े, तुकाराम साहू, रामायण कुमार गेंदले व पालकगण उपस्थित रहे।